ईसीबी रणनीति मूल्यांकन: सीखे गए सबक
यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने हाल ही में अपनी रणनीति का मूल्यांकन पूरा किया है, जिसमें पिछले चार वर्षों में सीखे गए सबक शामिल हैं। ईसीबी के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने 2025 में केंद्रीय बैंकिंग पर ईसीबी फोरम के उद्घाटन स्वागत समारोह में इस मूल्यांकन पर प्रकाश डाला।
लेगार्ड ने कहा कि पिछली रणनीति समीक्षा के दौरान, ईसीबी का ध्यान मुख्य रूप से कम मुद्रास्फीति और महामारी के प्रभावों पर था। हालांकि, नीत्शे के शब्दों में, यह महत्वपूर्ण है कि अतीत को हमारे विचारों पर हावी न होने दिया जाए, क्योंकि भविष्य वर्तमान को आकार दे रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में, वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई अप्रत्याशित परिवर्तन हुए हैं। महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं के खुलने से प्रमुख क्षेत्रीय बदलाव हुए, रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से ऊर्जा बाजारों में मूलभूत बदलाव आया, भू-राजनीतिक परिदृश्य बदल गया, और श्रम बाजारों में संरचनात्मक परिवर्तन स्पष्ट हो गए।
इन परिवर्तनों के बावजूद, ईसीबी की रणनीति के मूल सिद्धांत मजबूत बने हुए हैं। 2% का सममित मुद्रास्फीति लक्ष्य अपेक्षाओं को स्थिर करने में प्रभावी साबित हुआ है, और मध्यम अवधि के अभिविन्यास ने बड़े झटकों को अवशोषित करने के लिए आवश्यक लचीलापन प्रदान किया है।
इसलिए, ईसीबी ने इन मूल स्तंभों पर पुनर्विचार करने की कोई आवश्यकता नहीं देखी, और इसलिए इसे रणनीति मूल्यांकन के रूप में संदर्भित किया। इस मूल्यांकन का मुख्य विषय मौद्रिक नीति को अद्यतन करना है ताकि यह बदलती परिस्थितियों के अनुकूल हो सके।
सीखे गए प्रमुख सबक:
- भविष्य को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वर्तमान को आकार दे रहा है।
- एक मजबूत रणनीति को बदलते वातावरण के अनुकूल होना चाहिए।
- मुद्रास्फीति लक्ष्य अपेक्षाओं को स्थिर करने में प्रभावी होना चाहिए।
- मध्यम अवधि के अभिविन्यास झटकों को अवशोषित करने के लिए लचीलापन प्रदान करता है।
ईसीबी का रणनीति मूल्यांकन मौद्रिक नीति के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट है जो बदलती परिस्थितियों के अनुकूल होने और अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने में मदद करेगा।